लुभावनी खुश्बू का यह पौधा प्रसाधन सामग्री, बेकरी उत्पादों, पान-सिगरेट आदि अनेक दैनिक उपयोग की वस्तुओं में काम आता है। चटनी में, पानी में डालने, मुँह साफ करने, दर्द कम करने व खांसी आदि में इसका उपयोग बहुलता से किया जाता है। इस पौदीने से अधिकतम मात्रा में मैन्थाल सुगंधीय तेल (60 से 90 प्रतिशत) प्राप्त होता है जो इसका मुख्य घटक है।
साधारण पौदीने की तरह ही जापानी पौदीना भी खाद युक्त भूर भूरी भूमि उगाया जाता है। भूमि में जल भराव कभी नहीं होना चाहिये जबकि नमी रहनी चाहियें। घर में छोटे क्यारों में एक-एक फुट पर इसके 6” से 8” की अंकुरित भूस्तरियों द्वारा उत्पादन किया जाता है जो गर्मी आने के साथ ही खूब बढ जाते है। 5-6 गमलों में लगा दे तो पूरी गर्मी में घर की आवश्यकता पूरी हो सकती है। पत्तियों को सुखा कर बाद में काम लेने के लिये भी रखा जा सकता है। उत्पादक हेतु भू-स्तरीय “तपोवन आश्रम” से प्राप्त किये जा सकते है।