खुरासनी अजवायन – Khurasani Ajwain (Hyoscyamus Niger)

यह पौधा सीधा, रोमश, चिपचिपा व तेज गंध वाला होता है जो बीज अथवा कटिंग से लगाया जाता है। जब पौधो में फूल निकलने लगते हैं तो फूल व पत्तियाँ तोड़कर 3-4 दिन सुखा कर इक्कठा कर लेते है। इसके बीजों में हायोसायमीन नामक नशीला उपक्षार व तेल पाया जाता है।

अनुभूत प्रयोग :

  1. गठिया, संधिवात (जोड़ों की सूजन), रक्तीपत्र आदि रोगों में इसका लेप करने से लाभ होता है।
  2. खुरासनी अजवायन को राल के साथ पीसकर दांतों के खड्डों में लगाने से दाँतों के कीड़ों का नाश होता है।
  3. प्रात:काल के समय थोड़ा गुड़ मिलाकर पानी के साथ इसकी फक्की देने से पेट के कीड़े निकल जाते हैं।
  4. ज्वर में पाचन सुधारकर भूख बढ़ती है। मूत्र साफ होता है और दाह शान्त होता है। इसमें गुड़ के साथ प्रयोग करना चाहिये।
  5. पित्तजनक वमन (उल्टी) होने पर नींबू के रस के साथ देने से लाभ होता है।
  6. यह सुन्दरता का पौधा भी है।

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